पेट की पथरी
पथरी में - मूत्राशय की पथरी में गाजर का रस शलजम के रस के साथ मिलाकर २ माह तक नियमित पीने से पथरी गलकर निकलती है। पथरी बहुत बड़ी हो तो ऑपरेशन द्वारा निकलवाना उचित रहता है। कष्टप्रद मासिक धर्म (कष्टार्त्तव) में - महिलाओं के कष्टार्त्तव रोग में गाजर के बीज १० ग्राम गुड़ २५ ग्राम लेकर दोनों को एक गिलास पानी में उबालें और काढ़ा बनाकर मासिक धर्म के १० दिन पहले से नित्य सुबह-शाम सेवन कराएँ, इससे मासिक की रूकावट दूर होगी। गर्भाशय के दोषों की निवृत्ति दूर होगी।
In stones - In bladder stones, mixing carrot juice with turnip juice and drinking it regularly for 2 months helps to dissolve the stones. If the stone is very large, then it is advisable to get it removed by operation. In painful menstruation (dysmenorrhea) - In dysmenorrhea of women, take 10 grams of jaggery, 25 grams of carrot seeds, boil both in a glass of water and make a decoction and take it daily morning and evening before 10 days of menstruation, it stops menstruation. Will be away Retirement of uterine defects will be removed.
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लोक व्यवहार की कला सनातन धर्म के शास्त्रों में लिखा है कि जैसा व्यवहार तुम दूसरे से अपने साथ चाहते हो वैसा ही व्यवहार दूसरों के साथ करो। जो व्यवहार तुमको अच्छा नहीं लगता वो दूसरों के साथ भी मत करो। यह वाक्य समस्त संसार में बहुत प्रसिद्ध है। इस वाक्य को हर भाषा में लिखा गया है। यह बिल्कुल सही कहा गया है। हर मनुष्य चाहता है कि...
जहाँ गरीब देश की अधिकांश जनता को पौष्टिक भोजन नहीं मिलता, वहाँ इन जनप्रतिनिधियों के लिए इतने शानशौकत के महल और उसके साथ-साथ अनेक लग्जिरियस तामजाम अलग। इनकी यह व्यवस्था शहनशाहों व राजाओं से भी अधिक भड़कीली होती है। सुविधा इनकी, परन्तु नाम देश की प्रतिष्ठा का लिया जाता है। जिस प्रतिष्ठा का ये बहाना...