भविष्य की झलक
व्यक्ति जो भी में सिखता है, वह उसके साथ तब तक रहता है, जब तक वह जीवित रहता है। वह ज्ञान, आदतें, दृष्टिकोण, स्वभाव और व्यवहार जो एक व्यक्ति एक वयस्क के रूप में प्रदर्शित करता है, वास्तव में वे सब बचपन से ही उसके द्वारा आत्मसात् की जाने लगती हैं। दुनिया के महानतम वैज्ञानिकों, साहित्यकारों, संगीतकारों, गायकों, योगियों, दार्शनिकों के जीवन पर दृष्टिपात करने पर उनके भविष्य की झलक स्वयं ही मिलने लगती है। स्वामी रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविंद, महर्षि रमण, आदि महयोगियों, दार्शनिकों के बचपन की आदतें, व्यवहार, दृष्टिकोण आदि सामान्य बालकों से सर्वथा भिन्न रहें। योग ध्यान और आदि आध्यात्मिक क्रियाओं में उनकी गहरी अभिरुचि उनके बचपन से ही परिलक्षित होने लगी थी।
Whatever a person learns in, he stays with him as long as he lives. The knowledge, habits, attitudes, dispositions and behaviors that a person exhibits as an adult are actually imbibed by him from childhood itself. Looking at the lives of the world's greatest scientists, litterateurs, musicians, singers, yogis, philosophers, a glimpse of their future begins to appear for themselves. Swami Ramakrishna Paramahansa, Swami Vivekananda, Maharishi Aurobindo, Maharishi Raman, etc. Mahayogis, philosophers, childhood habits, behavior, attitude etc. should be completely different from ordinary children. His keen interest in yoga, meditation and other spiritual activities was reflected in his childhood.
Bhopal Arya Samaj | Arya Samaj Mandir | Arya Samaj Marriage Booking Bhopal | Arya Samaj Pandits Helpline Bhopal | Hindu Marriage Helpline Bhopal Arya Samaj | Marriage by Arya Samaj Mandir Bhopal | Arya Samaj All India | Arya Samaj Marriage Ceremony Bhopal | Arya Samaj Shaadi Bhopal | Hindu Matrimony Bhopal | Marriage in Arya Samaj Bhopal | Arya Samaj Ceremony Bhopal | Arya Samaj Marriage Conductor Bhopal | Hindu Pandits Helpline Bhopal | Marriage in Arya Samaj Mandir Bhopal | Arya Samaj Court Marriage Bhopal | Arya Samaj Marriage Consultant Bhopal | Arya Samaj Shadi Procedure Bhopal | Hindu Wedding Helpline Bairagarh Bhopal
लोक व्यवहार की कला सनातन धर्म के शास्त्रों में लिखा है कि जैसा व्यवहार तुम दूसरे से अपने साथ चाहते हो वैसा ही व्यवहार दूसरों के साथ करो। जो व्यवहार तुमको अच्छा नहीं लगता वो दूसरों के साथ भी मत करो। यह वाक्य समस्त संसार में बहुत प्रसिद्ध है। इस वाक्य को हर भाषा में लिखा गया है। यह बिल्कुल सही कहा गया है। हर मनुष्य चाहता है कि...
जहाँ गरीब देश की अधिकांश जनता को पौष्टिक भोजन नहीं मिलता, वहाँ इन जनप्रतिनिधियों के लिए इतने शानशौकत के महल और उसके साथ-साथ अनेक लग्जिरियस तामजाम अलग। इनकी यह व्यवस्था शहनशाहों व राजाओं से भी अधिक भड़कीली होती है। सुविधा इनकी, परन्तु नाम देश की प्रतिष्ठा का लिया जाता है। जिस प्रतिष्ठा का ये बहाना...